मुंबई की आवाज

मराठी | हिंदी | English


`वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर` - विकेन्द्रीयकृत नागरिक-प्रामाणिक सिस्टम अपराध और भ्रष्टाचार कम कर सकते हैं

इस लेख को पढ़ने से पहले, कृपया इस लिंक में लेख को पढ़ें यदि आपने इसे पहले नहीं पढ़ा - समस्याओं का समाधान पाने के लिए, अपने जनसेवक के लिए निर्देश अपने वोटर नंबर के साथ सार्वजानिक दिखाएँ

1. 'वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर’ क्या है ?

'वोटर नंबर/ एड्रेस पब्लिक राय सर्वर' का मतलब है कि जिला / तहसील / ग्राम के सांसद, विधायक, महापौर, पार्षद, पंचायत सदस्य आदि जनसेवक count.recallbytweet.com जैसी साईट बनाएँ जिसमें जनता एस.एम.एस, ट्विट्टर आदि द्वारा दी गयी अपनी राय अपने वोटर आई.डी. नंबर या पते के साथ जनसेवक की वेबसाईट पर दिखा सकें. मतदाता संख्या के साथ राय लॉग-इन किये बिना ही सभी लोगों को दिखाई देगी.

हमें हरेक सांसद, विधायक, पार्षद आदि अपने जनसेवक से और पिछले चुनावों के उम्मीदवारों से एस,एम.एस, ट्विट्टर आदि द्वारा कहना चाहिए कि चुनाव के पहले, उनके क्षेत्र के मतदाताओं के लिए ऐसी `वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर` उनकी वेबसाइट पर बनाएँ. क्योंकि सच्चाई यह है कि 'आपका सांसद आपकी बात को सुन नहीं सकता है, आपका सांसद केवल आपकी गिनती कर सकता है'.

2. ऐसे `वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर` का नागरिकों के लिए क्या लाभ है ?

यदि कोई जनसेवक `वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर` वेबसाईट बना देता है, तो उस क्षेत्र के मतदाता अपने सबूत, बयान की कॉपी इस वेबसाईट पर अपने वोटर नंबर के साथ रख सकते हैं. असामाजिक तत्व ये नहीं जान पाएंगे कि किस-किसने सबूत आदि डाउनलोड कर लिए हैं और आगे बाँट दिए हैं और इसीलिए असामाजिक तत्व सबूत आदि को दबा नहीं पाएंगे. दूसरे नागरिक वेबसाईट पर रखे गए डाटा को राय देने वाले नागरिकों को संपर्क करके स्वयं जांच कर सकते हैं और अधिक जानकारी भी ले सकते हैं. यदि नागरिक संतुष्ट हो जाता है, तो इसकी सम्भावना बढ़ जाती है कि वो नागरिक अपने क्षेत्र में भी ये जानकारी फैलायेंगे. इस प्रकार, `वोटर नंबर पब्लिक एस.एम.एस सर्वर` जहाँ भी बनाया जायेगा, उस क्षेत्र के कई गंभीर समस्याओं का हल करेगा क्योंकि नागरिक राय देने वालों को संपर्क करके जांच कर सकते हैं और विस्तृत जानकारी ले सकते हैं. इस प्रकार, 'वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर' उस क्षेत्र की कई गंभीर समस्याओं का समाधान करेगा जहां इसे लागू किया जाता है और उस क्षेत्र में भ्रष्टाचार, अपराध आदि को कम करता है और उससे संबंधित समस्याओं को कम करता है.

`वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर टी.सी.पी. मीडिया पोर्टल, राईट टू रिकॉल आदि जनहित के प्रस्तावों की मांग को भी बढ़ावा देगा क्योंकि नागरिक प्रत्यक्ष देखेंगे कि अच्छा सिस्टम आसानी से लागू किया जा सकता है और अच्छी व्यवस्था द्वारा देश की समस्याओं का हल किया जा सकता है. फिर, नागरिकों और कार्यकर्ताओं की अच्छे व्यवस्था में रूचि बढ़ेगी और नेताओं और पार्टियों की अंध-भक्ति भी कम कर देंगे.

हम `वोटर नम्बर पब्लिक राय सर्वर` की मांग कई तरीकों से बढ़ा सकते हैं जैसे इस वेबसाईट के जैसी वेबसाइटों के माध्यम से एक ईमानदार, नागरिक-प्रामाणिक सिस्टम दिखाना.

3. पब्लिक एस.एम.एस सर्वर का क्या स्वरूप हो सकता है ?

`वोटर नंबर पब्लिक राय सर्वर` का ढांचा इस प्रकार हो सकता है -

कृपया नोट करें कि `सांसद` शब्द से अर्थ है `सांसद, विधायक, महापौर, पार्षद, जिले / तहसील / ग्राम के सरपंच और अन्य सदस्य अदि जनसेवक`

1. सांसद द्वारा अपने क्षेत्र के मतदाताओं के वोटर नंबर / मोबाइल नंबर का पंजीकरण -

(1.1) मतदाता अपने आप को सांसद दफ्तर पर पंजीकृत करवा सकते हैं. इसके लिए मतदाताओं को एक एफिडेविट देना होगा जिसमें नागरिक का मोबाइल नंबर और वोटर आई डी होगा जो वो सांसद की वेबसाईट पर पंजीकृत करवाना चाहता है.

(1.2) विकल्प में, मतदाता अपने सांसद के बनाये हुए सर्वर के नंबर पर *मतदाता-संख्या* भेज सकता है. संसद का स्टॉफ मतदाता सूची से मतदाता का पता प्राप्त करके उस पते पर एक 4 अंक का कोड पोस्ट-कार्ड द्वारा भेजेगा. और जब उस कोड को मतदाता अपने मोबाइल से एस.एम.एस द्वारा सांसद के सर्वर नंबर पर भेजेगा, तो सांसद की साईट पर उस मतदाता का मोबाईल नंबर और वोटर नंबर पंजीकृत हो जायेगा.

2. सांसद की साईट पर किसी मुद्दे के लिए पंजीकरण -

(2.1) पिछले भाग में बताये अनुसार कोई पंजीकृत मतदाता अपनी मांग नोटरी द्वारा प्रमाणित एफिडेविट पर रखकर, अपने फेसबुक पेज या वॉल पर रख सकता है, जिसे `मुख्य (पोस्ट) लिंक` कहा जायेगा. मतदाता को इसकी फाइल एक फेसबुक ग्रुप में अपलोड करके उसका `Sha1 फाइल हैश` ढूँढना होगा (आप हैश बनाने वाली साईट पर फाइल अपलोड करके उस फाइल का `Sha1 फाइल हैश` ढूँढ सकते हैं. उदाहरण - onlinemd5.com पर जायें, फाइल अपलोड करें और Sha1 विकल्प चुनें, फाइल अपलोड करें और आपको `File checksum` नामक बोक्स में Sha1 फाइल हैश मिल जायेगा.)

मुख्य (पोस्ट) लिंक में ये Sha1 फाइल लिंक होगा और मांग या प्रस्तावित कानून-ड्राफ्ट का पूरा लेख होगा और फेसबुक ग्रुप में अपलोड की गयी फाइल का लिंक भी होगा. मतदाता सांसद आदि को ये मुख्य लिंक और Sha1 फाइल हैश वाला एस.एम.एस भेजेगा. यदि भेजे गए एस.एम.एस में कोई लिंक या हैश नहीं होगा, तो सर्वर वापस एस.एम.एस भेजेगा कि “कृपया एस.एम.एस में लिंक या हैश भेजें. बिना हैश या लिंक के एस.एम.एस की गिनती नहीं हो सकती”

(2.2) विकल्प में, कोई भी नागरिक-मतदाता सांसद के दफ्तर जाकर, एक निश्चित शुल्क देकर, नोटरी द्वारा प्रमाणित एफिडेविट पर अपना विषय लिखेगा और शोर्ट कोड दे सकता है, जो वो नागरिक सांसद की वेबसाइट पर दर्ज करवाना चाहता है. और नागरिकों को एक रसीद दी जायेगी, जिसमें नागरिकों की वोटर आई.डी. संख्या और एफिडेविट नंबर होगा.

(2.3). सांसद के कर्मचारी एफिडेविट की जांच कर सकते हैं, ताकि उसमें कुछ मानहानी करने वाले शब्द या कुछ भी आपत्तिजनक न हो. यदि उसमें कुछ भी आपत्तिजनक है, तो एफिडेविट की लेख-सामग्री को सार्वजनिक रूप से दिखाने पर रोक लगा दी जाएगी और एफिडेविट नंबर और एफिडेविट न दिखाने का कारण सभी को दिखेगा. अन्यथा पूरी सामग्री प्रदर्शित की जाएगी. यदि सांसद के पास (2.2) अनुसार बताया सिस्टम है, तो दिए गए दस्तावेज की जांच की जायेगी कि उसमें कोई अपशब्द तो नहीं है या कुछ आपत्तिजनक तो नहीं है. यदि एफिडेविट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है, तो नागरिक के मतदाता संख्या के साथ एफिडेविट को स्कैन किया जायेगा. एफिडेविट की एक हार्ड कॉपी सांसद के दफ्तर पर, रिकोर्ड के तौर पर रखी जायेगी.

3. सांसद के दफ्तर जा कर या एस.एम.एस द्वारा पहले से संसद वेबसाईट पर पंजीकृत मुद्दों पर दी गयी राय -

(3.1) उस क्षेत्र के मतदाता सांसद के `वेबसाईट राय सर्वर` को अपनी राय एक एस.एम.एस द्वारा दे (सबमिट) कर सकते हैं. एस.एम.एस में पंजीकृत एफिडेविट का लिंक या Sha1 फाइल हैश होना चाहिए या पंजीकृत एफिडेविट के लिए निश्चित किये गए एक समर्थन कोड, विरोध कोड, रद्द कोड, स्पैम कोड, अन-स्पैम कोड में से एक कोड होना चाहिए. यदि स्पैम की संख्या एक निश्चित स्तर से अधिक हो जाती है, तो संसद उस दस्तावेज के लेख को छुपाने के लिए निर्णय कर सकता है. और यदि अन-स्पैम की संख्या एक निश्चित स्तर से अधिक हो जाती है, तो सांसद अपनी वेबसाइट पर छुपे हुए लेख को दिखाने का निर्णय कर सकता है. सांसद का निर्णय अंतिम होगा.

उदाहरण के साथ विस्तृत जानकारी देखें mumbaichaawaz.com/hindi/urlcount.php

(3.2) विकल्प में, सांसद एक सिस्टम बना सकता है जिसमें उस क्षेत्र के मतदाता अपने सांसद के दफ्तर जा सकते हैं, एक निश्चित शुल्क देकर और अपना वोटर आई.डी. देकर अपनी राय किसी दर्ज एफिडेविट पर दे सकते हैं.

4. सांसद की वेबसाईट पर उस क्षेत्र के मतदाताओं द्वारा दी गयी राय को दिखाना -

(4.0) सांसद वेबसाईट में दो सैक्शन हो सकते हैं - (A) `पंजीकृत` - उन मतदाताओं के लिए जिन्होंने सांसद वेबसाईट पर अपने वोटर नंबर के साथ पंजीकरण किया है और (B) `अपंजीकृत` - उन मतदाताओं या नागरिकों के लिए जिन्होंने पंजीकरण नहीं किया है.

(4.1) पंजीकृत मतदाताओं से प्राप्त राय वाले पेज में एक टेबल होगा जिसमें संख्या क्रमांक, एफिडेविट नम्बर, लिंक / हैश, पंजीकृत समर्थन संख्या, पंजीकृत विरोध संख्या, पंजीकृत स्पैम संख्या और पंजीकृत अन-स्पैम संख्या होगी. ये संख्या एक हाइपर-लिंक होंगे, जिसपर क्लिक करने पर, एक पेज खुलेगा जिसमें उस मुद्दे को समर्थन करने वाले नाम, वोटर नंबर, लिंक/हैश और तिथि-समय टेबल रूप में होंगे. जैसा कि सैक्शन 3.1 में बताया गया है, यदि एडमिन निर्णय करता है, तो वो स्पैम हुए लिंक हैश कोड को आंशिक रूप से दिखा सकता है.

उदाहरण देखें इस लिंक पर mumbaichaawaz.com/hindi/urlcount.php

(4.2) अपंजीकृत मतदाता/नागरिकों से प्राप्त डाटा वाले पेज Page having data from Unregistered Voters/Citizens में एक टेबल होगी जिसमें संख्या क्रमांक, एफिडेविट नंबर, लिंक / हैश, अपंजीकृत समर्थन संख्या, अपंजीकृत विरोध संख्या, अपंजीकृत स्पैम संख्या और अपंजीकृत अन-स्पैम संख्या होगी. ये संख्या एक हाइपर-लिंक होंगे, जिसपर क्लिक करने पर, एक पेज खुलेगा जिसमें उस मुद्दे को समर्थन करने वाले मोबाइल के अंतिम 5 अंक, लिंक/हैश और तिथि-समय टेबल रूप में होंगे. जैसा कि सैक्शन 3.1 में बताया गया है, यदि एडमिन निर्णय करता है, तो वो स्पैम हुए लिंक हैश कोड को आंशिक रूप से दिखा सकता है.

उदाहरण देखें इस लिंक पर mumbaichaawaz.com/hindi/urlcount-unregistered.php